बॉर्डर इलाकों में डटे पंजाब की मान सरकार के 10 मंत्री, लगातार कर रहें एमरजेंसी सेवाओं और सार्वजनिक सुविधाओं का निरीक्षण

बॉर्डर इलाकों में डटे पंजाब की मान सरकार के 10 मंत्री, लगातार कर रहें एमरजेंसी सेवाओं और सार्वजनिक सुविधाओं का निरीक्षण

Inspecting Emergency Services and Public Facilities

Inspecting Emergency Services and Public Facilities

मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मंत्रियों- अधिकारियों से ले रहें फीडबैक, आम जनता की सुविधा और सार्वजनिक व्यवस्था सुचारू रखना मुख्य प्राथमिकता

बॉर्डर जिलों में तैनात सभी मंत्री अस्पतालों, राहत कैंपों, राशन डिपो और इमरजेंसी सेवाओं की कर रहे हैं गहन समीक्षा

चंडीगढ़, 10 मई: Inspecting Emergency Services and Public Facilities: पंजाब के बॉर्डर जिलों में तनावपूर्ण स्थिति के बीच लोगों को राहत पहुंचाने और भयमुक्त माहौल सुनिश्चित करने के लिए पंजाब सरकार के करीब 10 मंत्री बॉर्डर इलाकों का लगातार दौरा कर रहे हैं।

शनिवार को लगातार दूसरे दिन मंत्रियों ने अमृतसर, तरनतारन, पठानकोट फाजिल्का और फिरोजपुर जिले के पाकिस्तान से सटे विभिन्न जगहों का दौरा किया और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर एमरजेंसी सेवाओं और सार्वजनिक सुविधाओं का निरीक्षण किया। 

मंत्रियों ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का स्पष्ट निर्देश दिया कि युद्ध के तनावपूर्ण स्थिति के दौरान आमलोगों को किसी भी तरह की कोई मौलिक जरूरतों की दिक्कत न आए, खासकर दवाई और एफएमसीजी (fast moving consumer goods) वस्तुएं, जैसे - दूध, दही, आटा-चावल समेत तमाम खाद्य वस्तुएं और अन्य महत्वपूर्ण इंसानी जरूरतों की चीजें आदि।

आम जनता की सुविधा और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखना मुख्यमंत्री भगवंत मान की सर्वोच्च प्राथमिकता

मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद भी मंत्रियों और बॉर्डर जिले के आला अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं। वह लगातार इन इलाकों की स्थिति का फीडबैक ले रहे हैं। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि आम जनता की सुविधा और सुरक्षा एवं सार्वजनिक व्यवस्था सुचारू रखना सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। 

ऐतिहासिक दृष्टि से भी देखें तो जब भी सीमा पर संकट आता है, तो पंजाब सबसे पहले खड़ा होता है। इस बार भी मान सरकार इसे साबित कर रही है। पुलिस- प्रशासन की सक्रियता और मंत्रियों की बॉर्डर जिलों में मौजूदगी पंजाब के ऐतिहासिक छवि को आगे बढ़ा रही है। 

पाकिस्तान के साथ हर लड़ाई में पंजाब का इतिहास रहा है जुझारूपन, बहादुरी और बलिदान से भरा हुआ

पंजाब ने हमेशा पाकिस्तान की नापाक हरकतों का डटकर मुंहतोड़ जवाब दिया है, चाहे वह 1947 का विभाजन हो या 1965 और 1971 का युद्ध हो। पंजाब ने हमेशा अपने साहस, बलिदान और एकता का परिचय दिया है। आज भी पंजाब के सीमावर्ती इलाकों के नागरिक भारतीय सेना के जवानों के भावनात्मक रूप से खड़े हैं और उनका साथ देकर मनोबल बढ़ा रहे हैं।

मुख्यमंत्री मान की रणनीति - हर जिले में दो मंत्रियों की ड्यूटी और सेंट्रलाइज्ड कमांड सेंटर व कॉर्डिनेशन

तनावपूर्ण परिस्थिति के दौरान सभी तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार दोहरी रणनीति के तहत काम कर रही है। इसके लिए हर जिले में दो मंत्रियों की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई है। वहीं अधिकारियों से साथ समन्वय व सुचारू मॉनिटरिंग के लिए कमांड सेंटर और को-ऑर्डिनेशन सिस्टम तैयार किया गया है, ताकि एक-एक पल की सूचना सरकार के पास पहुंच सके और उसके हिसाब से तुरंत आवश्यक कदम उठाया जा सके।

सरकार द्वारा बनाए गए 24x7 "क्राइसिस कमांड सेंटर" के जरिए सभी जिलों के अधिकारियों विधायकों और मंत्रियों से सीधा फीडबैक लिया जा रहा है। मंत्री अपने अपने प्रभार के जिले से लगातार ग्राउंड रिपोर्ट भेज रहे हैं, जिसकी उच्चस्तरीय मॉनिटरिंग की जा रही है। सरकार द्वारा लगातार यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी नागरिक को जरूरी चीजों की कोई कमी न हो।

बॉर्डर जिलों में तैनात सभी मंत्री अस्पतालों, राहत कैंपों, राशन डिपो और इमरजेंसी सेवाओं की कर रहे हैं गहन समीक्षा

सभी मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे बॉर्डर जिलों के सभी अस्पतालों, राहत कैंपों, राशन डिपो और इमरजेंसी रिस्पॉन्स यूनिट्स की स्थिति की लगातार समीक्षा करें और किसी भी समस्या का तत्काल समाधान करें। 

शनिवार को सीमावर्ती जिलों के प्रभारी मंत्रियों ने निम्न जगहों का दौरा किया...

-मंत्री डॉ. बलजीत कौर और तरुणप्रीत सिंह सोन ने फाजिल्का में महिला और बच्चों के लिए बने विशेष मेडिकल कैंप का जायजा लिया, डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों से हमेशा उपलब्ध रहने की अपील की।

-मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां और हरदीप सिंह मुंडियां ने फिरोजपुर में राहत शिविरों और राशन सप्लाई व्यवस्था की समीक्षा की, डीपू संचालकों को खाद्य सामग्रियों की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश

-मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर और हरभजन सिंह सिंह ने तरनतारन में राहत व पुनर्वास केंद्रों का निरीक्षण किया, प्रशासनिक प्रयासों की सराहना की

-मंत्री कुलदीप धालीवाल और मोहिंदर भगत ने अमृतसर में फायर ब्रिगेड, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों के साथ मीटिंग कर एमरजेंसी सेवाओं का जायजा लिया।

-मंत्री लालचंद कटारुचक और डॉ. रवजोत ने गुरदासपुर के ग्रामीण इलाकों में मेडिकल सेवाओं और कर्फ्यू प्रोटोकॉल की निगरानी की।

अपने मंत्रियों और सरकार के पहलों की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “हमारे मंत्री केवल दौरे नहीं कर रहे, वे जनता के बीच खड़े होकर हर चुनौतियों का शीघ्र निपटारा कर रहे हैं। हमारी सरकार में नेता पहले मंच पर नहीं, मैदान में जाते हैं।"